क्यों जल रहा है पीओके? सैंकड़ो लोग हुए घायल, हो रही है भारत से मदद की मांग? समझें पूरा मामला…

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आटे और बिजली की कीमतें इतनी बढ़ गयी हैं कि वहाँ के निवासियों को सड़क पर विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है। मामला इतना आगे बढ़ गया कि बढ़ी कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों और सुरक्षा बलों के बीच शनिवार को झड़प हो गई। इस झड़प में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं।

कौन हैं प्रदर्शनकारी?

पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी के मुताबिक यह रैली जम्मू कश्मीर संयुक्त आवामी एक्शन कमेटी ने निकाली है। 10 मई को मुजफ्फरबाद में JAAC ने ही चक्का जाम और शटर डाउन का ऐलान किया था। इनकी मांग है कि बिना कर के सस्ते दामों पर बिजली दी जाए और गेहूं के आटे के दाम में भी कमी की जाए। इस कमेटी ने अगस्त, 2023 में भी महंगी बिजली की दरों के खिलाफ हड़ताल और प्रदर्शन किया था।

कहाँ-कहाँ हो रहा है विरोध प्रदर्शन

पीओके में हो रहे प्रदर्शन के बीच JAAC के प्रदर्शनकारियों व अन्य लोगों ने समहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी, हट्टियन बाला में विरोध प्रदर्शन किया है। इनका कहना है कि गिलगित बाल्टिस्तान में गेहूं का आटा और बिजली सस्ती है, तो ये चीजें यहाँ सस्ती क्यों नहीं हो सकती? इस बीच प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘एक रियासत दो कानून, ना मंजूर- ना मंजूर’ के नारे लगाए और जरूरी चीजों की कीमतों को कम करने की बात कही।

AI आधारित तस्वीर

क्या कर रही है पाकिस्तान सरकार?

पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने रविवार को आपातकालीन समीक्षा बैठक की और पीओके में चल रहे प्रदर्शन को शांत करने के लिए चर्चा की और आवश्यक निर्देश दिए। तो वहीं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मामले को संज्ञान में लेते हुए अपने अधिकारियों से कहा कि जल्द ही प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर उनकी मांगों को शासन के समक्ष प्रस्तुत की जाए।

पाकिस्तान सरकार ने प्रदर्शन को रोकने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में स्कूल, ऑफिस और बाजारों को बंद कर दिया है। साथ ही प्रदर्शनकारियों के पथराव करने के बाद प्रशासन ने आँसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया है। पाकिस्तान में रविवार को भीमबेर और बाग कस्बों सहित पीओके के विभिन्न इलाकों में मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बंद रही।

हो रही है भारत से मदद की मांग...

स्रोत:- इंटरनेट

मांग न पूरा होने से प्रदर्शनकारियों में आक्रोश है और इसी बीच पीओके में प्रदर्शनकारी अमजद आयूब मिर्जा ने भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा है कि 'पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर की मौजूदा स्थिति से भारत अलग नहीं रह सकता। फिलहाल हमारे लोग लड़ रहे हैं। भारत को अब पूरा ध्यान POK पर केंद्रित करना चाहिए।'

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